दुनियाभर में कोरोनावायरस का खौफ है। लेकिन उत्तर प्रदेश में कोरोना गांव के लोग वायरस से बचाव भी कर रहे हैं और भेदभाव का सामना भी। यूं तो गांव का नाम कोरौना जिसे इस समय कोरोना ही पुकारा जा रहा है। यह सीतापुर जिले में है। गांव वालों का कहना है कि जब से कोरोनावायरस फैला है लोग हम लोगों से भेदभाव कर रहे हैं।
'कोरोना गांव है कोई इंसान नहीं'
गांव की कुछ तस्वीरें न्यूज एजेंसी एएनआई ने जारी की हैं। गांव के निवासी राजत के मुताबिक, किसी को यह बताते हैं कि हम कोरोना गांव से हैं तो वे हमसे दूरी बनो लगते हैं। वो ये नहीं समझते की कोरोना हमारा गांव है, यह कोई इंसान नहीं है जो कोरोनावायरस से संक्रमित है।
गांव में पसरा सन्नाटा
न्यूज एजेंसी ने गांव की तस्वीरें ट्विटर पर पोस्ट की हैं। तस्वीरों के मुताबिक, गांव में दूर-दूर तक सन्नाटा पसरा है। सोशल मीडिया पर लोग इस गांव को तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं। कुछ यूजर्स का कहना है कि पंचायत में गांव का नाम बदलने के लिए प्रस्ताव रखना चाहिए। वही, कुछ यूजर, मुख्यमंत्री योगी से इस गांव का नाम बदलने की गुजारिश भी कर रहे हैं।
उत्तरप्रदेश में कुल संक्रमित- 69
गौतम बुद्ध नगर में रविवार को 4 नए मामले सामने आए। इस जिले में सबसे ज्यादा 29 मरीज हैं। जिले के चीफ मेडिकल ऑफिसर अनुराग भार्गव ने बताया है कि यहां एक कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। उस पर ट्रैवल हिस्ट्री छिपाने का आरोप है। उसकी कंपनी के 13 कर्मचारी संक्रमित पाए गए हैं।